उद्घाटित हुई डॉ. चौधुरी सत्यव्रत नंद की पुस्तक ‘कहिथिली दिने’
•“डॉ. नंद एक ईर्षणीय व्यक्तित्व हैं,” अतिथि ने कहा

बालेश्वर, 5/6 – (कृष्ण कुमार महांति): 'ओड़िया भाषा विकास आंदोलन' (OBBA) के सहयोग से डॉ. चौधुरी सत्यव्रत नंद की पुस्तक ‘कहिथिली दिने’ का लोकार्पण स्थानीय लकी इंटरनेशनल ऑडिटोरियम में किया गया।
डॉ. नंद के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित इस पुस्तक विमोचन समारोह की अध्यक्षता OBBA के महासचिव डॉ. लक्ष्मीकांत त्रिपाठी ने की। मुख्य उद्घाटनकर्ता के रूप में इंटरनेशनल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट, भुवनेश्वर की डीन प्रोफेसर सुप्रीति मिश्रा ने भाग लिया। उन्होंने कहा, “डॉ. नंद एक विलक्षण वक्ता हैं। विविध विषयों पर उनकी गहन व्याख्याएँ श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। वे जो कुछ भी मंच से कहते हैं, उसे अपने जीवन में भी लागू करते हैं और समाज के लिए एक जीवंत उदाहरण बनते हैं।”
मुख्य अतिथि के रूप में फकीरमोहन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संतोष कुमार त्रिपाठी ने कहा, “डॉ. नंद एक ईर्षणीय व्यक्तित्व हैं। एक कुशल चिकित्सक, गंभीर साहित्यकार, लोकप्रिय वक्ता, समाजसेवी और सरल हृदय व्यक्ति के रूप में वे आज असंख्य लोगों के आदर्श बन चुके हैं।” उन्होंने जन्मदिन के अवसर पर डॉ. नंद के दीर्घ जीवन की कामना की।
पूर्व फकीरमोहन साहित्य परिषद अध्यक्ष और वरिष्ठ शोधकर्ता डॉ. शिरीष चंद्र जेना ने मुख्य वक्ता के रूप में पुस्तक की विषयवस्तु पर विस्तार से चर्चा की। विशिष्ट अतिथि कवि दीपक बोस ने डॉ. नंद के वक्तव्यों की प्रभावशीलता और उनके कथनों की श्रोताओं पर पड़ने वाली छाप पर प्रकाश डाला।
समारोह की शुरुआत में दीपक बोस द्वारा रचित एक भजन का गायन गुरु सत्यरंजन महांति ने किया। लेखक निवारण जेना ने मंच पर अतिथियों का स्वागत एवं परिचय प्रस्तुत किया। समापन वक्तव्य प्रोफेसर रश्मिरेखा पति ने दिया।
इंजी. सारदाप्रसन्न नंद, डॉ. सोमा नंद और इंजि. सुधीर कुमार दास ने आयोजन संचालन में सहयोग दिया। इस अवसर पर शहर के अनेक साहित्यकार और बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।