जंबेश्वरपुर गांव की तीन बस्तियों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क निर्माण के लिए सदर बीडीओ के साथ स्वतंत्र टीम ने किया निरीक्षण

बालेश्वर, 10 अक्टूबर (कृष्ण कुमार महांती): बालेश्वर सदर ब्लॉक के अंतर्गत गेंगुटी ग्राम पंचायत के जंबेश्वरपुर गांव की तीन बस्तियों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क लंबे समय से उपेक्षित पड़ी है। यह सड़क, जो डॉक्टर परमानंद सेठी के घर से हरिसभा भवन होते हुए लाइब्रेरी नाला तक करीब आधा किलोमीटर लंबी है, वर्षों से कीचड़ और गड्ढों में तब्दील होकर लगभग अनुपयोगी हो चुकी है।
मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद आंचलिक सुरक्षा मंच नामक सामाजिक संगठन के अध्यक्ष कमल लोचन राउत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि दल मौके पर पहुंचा, स्थिति का जायजा लिया और जिलाधीश को ज्ञापन देकर तत्काल सड़क निर्माण की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो उपेक्षित वर्गों के मौलिक अधिकारों के लिए जन आंदोलन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस बस्ती में 90% शारीरिक रूप से दिव्यांग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी सुधाकर सेठी का पैतृक घर स्थित है, जिन्होंने राज्य और देश का गौरव बढ़ाया है। लेकिन खराब सड़क की स्थिति ने उनके और गांव के अन्य निवासियों के जीवन को कठिन बना दिया है। स्कूली बच्चे, किसान, मजदूर और बुजुर्ग लोग रोजाना परेशानियों का सामना कर रहे हैं। कीचड़ भरी सड़क के कारण कोई भी वाहन आपातकालीन स्थिति में गांव तक नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे बीमार और वृद्ध लोगों को समय पर चिकित्सीय सहायता नहीं मिल पा रही है।
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बालेश्वर सदर बीडीओ एक नौ-सदस्यीय स्वतंत्र टीम और स्थानीय सरपंच के पति सत्यनारायण आचार्य के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने सड़क का निरीक्षण किया, स्थानीय लोगों से बातचीत की और शीघ्र निर्माण का आश्वासन दिया। इस दौरान बनप्रभा प्रधान, किशोर कुमार बेहेरा, बसंती प्रधान, अजय दास, जितेंद्र दास, ज्ञानमणि बेहेरा और निशाकर सेठी सहित कई ग्रामीणों ने स्थायी पक्की सड़क निर्माण की मांग की।
सदर बीडीओ ने सड़क का निर्माण जल्द शुरू करने का भरोसा दिया, जिससे ग्रामीणों के चेहरों पर उम्मीद की किरण जागी। ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि सरपंच ने तालाब खुदाई के नाम पर पुरानी चलन में रही सड़क को अवरुद्ध कर दिया है और स्वीकृत राशि का कार्य नहीं कराया है। उन्होंने इस तरह के जनप्रतिनिधि के नकारात्मक रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
विपरीत मौसम के बावजूद सदर बीडीओ, उनकी टीम और आंचलिक सुरक्षा मंच के सदस्य बस्ती पहुंचे और सहयोग का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने उनके साथ-साथ मीडिया प्रतिनिधियों का भी आभार जताया, जिन्होंने कठिन परिस्थिति में उनकी आवाज़ को उठाया। सड़क निर्माण का आश्वासन उपेक्षित बस्ती के लोगों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है।