सुवर्णरेखा के कमजोर तटबंधों से बालीयापाल के कई पंचायतों पर खतरा •बस्ता विधायक सुबासिनी जेना ने ओडिशा विधानसभा में मुद्दा उठाया

Dec 5, 2025 - 23:42
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सुवर्णरेखा के कमजोर तटबंधों से बालीयापाल के कई पंचायतों पर खतरा •बस्ता विधायक सुबासिनी जेना ने ओडिशा विधानसभा में मुद्दा उठाया

सुवर्णरेखा के कमजोर तटबंधों से बालीयापाल के कई पंचायतों पर खतरा

•बस्ता विधायक सुबासिनी जेना ने ओडिशा विधानसभा में मुद्दा उठाया

बालेश्वर, 5/12 (कृष्ण कुमार महान्ति):

ओडिशा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान बस्ता विधायक सुबासिनी जेना ने जल संसाधन विभाग पर हुई चर्चा में हिस्सा लेते हुए एक अनुपूरक प्रश्न उठाया। उन्होंने बताया कि बस्ता विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ अब एक नियमित समस्या बन गई है, लेकिन सुवर्णरेखा नदी के किनारे बसे कई गाँव अब भी कमजोर तटबंधों के भरोसे हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इन कमजोर हिस्सों पर पत्थर बिछाने और तटबंधों को मजबूत करने का काम जल्द शुरू किया जाए।

प्रभावित गाँवों में अस्ति पंचायत के बड़ापाल, दत्तसाही, बड़कानपुर; विष्णुपुर पंचायत के एकड़ापाल, रसुलपुर और विष्णुपुर; चौमुखा पंचायत का कंकड़ापाल; निखिला पंचायत के पालबेगुनिया और चडापालपड़ा; तथा कुम्भारी पंचायत के नुआसाही और झलझलिया शामिल हैं।

विधायक ने मंत्री से यह स्पष्ट करने को कहा कि सरकार इन तटबंधों को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठा रही है और इस काम के लिए कितनी राशि आवंटित की गई है।

मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में जल संसाधन विभाग की ओर से उत्तर देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मुकेश महालिंग ने बताया कि सरकार चार प्रकार के तटबंध संबंधी कार्य करती है: नदी के पानी को रोकने वाले पूंजीगत तटबंध, कृषि तटबंध, रेत कटाव रोकने के लिए अस्थायी तटबंध और खारे पानी के तटबंध।

उन्होंने सदन को बताया कि बालेश्वर जिले में बाढ़ प्रबंधन के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत लगभग 20 परियोजनाएँ चल रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग विधायक के प्रस्तावों की समीक्षा कर आवश्यक कदम उठाएगा।