फकीरमोहन विश्वविद्यालय में सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों का सम्मेलन आयोजित: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और संस्थागत सुधारों पर हुई महत्वपूर्ण चर्चा

Apr 22, 2025 - 22:02
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फकीरमोहन विश्वविद्यालय में सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों का सम्मेलन आयोजित: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और संस्थागत सुधारों पर हुई महत्वपूर्ण चर्चा

बालेश्वर, 22/04 (कृष्ण कुमार महान्ति): फकीरमोहन विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर परिषद सभागार में एक महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य शामिल हुए।

यह सम्मेलन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संतोष कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इस अवसर पर क्षेत्रीय शिक्षा निदेशक डॉ. हेमंत कुमार घड़ेई तथा ओडिशा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के प्रतिष्ठित सदस्य प्रो. डॉ. सुस्मित प्रसाद पाणि मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की प्रभावी कार्यान्वयन प्रक्रिया, उसकी संरचना एवं दिशा-निर्देशों पर विस्तृत चर्चा करना था। SWAYAM, ABC ID, APR ID, ऑनलाइन माइग्रेशन, ई-अफिलिएशन आदि विषयों के साथ-साथ इनमें आ रही चुनौतियों पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया।

अपने उद्घाटन भाषण में कुलपति प्रो. त्रिपाठी ने सभी प्राचार्यों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने महाविद्यालयों को NAAC और NIRF मूल्यांकन प्रक्रिया में सम्मिलित करें। उन्होंने NEP 2020 को शत-प्रतिशत क्रियान्वयन हेतु विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई।

प्रो. डॉ. सुस्मित प्रसाद पाणि ने अपने संबोधन में NEP 2020 के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं को रेखांकित किया और शिक्षा की गुणवत्ता में आगामी वर्षों में अपेक्षित सकारात्मक बदलावों की ओर आशा व्यक्त की। डॉ. हेमंत कुमार घड़ेई ने नई शिक्षा नीति के उद्देश्य और इसकी परिकल्पना पर प्रकाश डाला।

सम्मेलन में विश्वविद्यालय की कुलसचिव कुकुमीना दास, स्नातकोत्तर परिषद के अध्यक्ष प्रो. भास्कर बेहरा, महाविद्यालय विकास परिषद के निदेशक डॉ. संतोष कुमार अग्रवाल, परीक्षा नियंत्रक रंजन कुमार राय तथा मानव संसाधन विकास केंद्र के निदेशक प्रो. रणीन्द्र कुमार नायक सहित अनेक विशिष्ट जन उपस्थित थे, जिन्होंने अपने विचार साझा किए।

सम्मेलन में सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं उनके प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की, अपनी समस्याओं पर चर्चा की और विभिन्न शैक्षणिक एवं प्रशासनिक विषयों पर विचार प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजश्री दत्ता ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. पंकज कुमार पाढ़ी ने दिया।