जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय हैकाथॉन में फकीर मोहन विश्वविद्यालय को तृतीय स्थान

Jul 5, 2025 - 00:34
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जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय हैकाथॉन में फकीर मोहन विश्वविद्यालय को तृतीय स्थान

बालेश्वर, 3/7 (कृष्ण कुमार महांति) — फकीर मोहन विश्वविद्यालय के इंडियन हॉर्सशू क्रैब अनुसंधान एवं संरक्षण केंद्र की एक शोध टीम ने जैव विविधता संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित राष्ट्रीय स्तर के हैकाथॉन की अंतिम प्रतियोगिता में गर्वपूर्वक तृतीय स्थान प्राप्त किया है।

यह ग्रैंड फिनाले 30 जून 2025 को कोलकाता के विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया था, जो भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग (Zoological Survey of India) की 110वीं स्थापना दिवस समारोह का हिस्सा था। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और विजेता टीमों को सम्मानित किया।

फकीर मोहन विश्वविद्यालय के छात्रों की टीम, जिसका नेतृत्व श्री सौम्यरंजन दास कर रहे थे, ने "कोस्टल ओडिशा में भारतीय हॉर्सशू क्रैब्स का कैप्टिव ब्रीडिंग" शीर्षक से एक शोध आधारित मॉडल प्रस्तुत किया। इस प्रोजेक्ट में वैज्ञानिक अवलोकन, समुदाय की भागीदारी और शिक्षा आधारित संरक्षण के प्रयासों को प्रमुखता दी गई।

इस उल्लेखनीय उपलब्धि के पीछे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संतोष कुमार त्रिपाठी, स्नातकोत्तर परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर भास्कर बेहेरा, अनुसंधान केंद्र के निदेशक प्रोफेसर बिष्णु प्रसाद दास, उपनिदेशक डॉ. भरत भूषण पटनायक, और जीव विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. नीलाद्रि भूषण कर का मार्गदर्शन और सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण रहा।

विश्वविद्यालय ने इस दुर्लभ उपलब्धि को ओडिशा के शोध और संरक्षण जगत के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा कि यह लुप्तप्राय हॉर्सशू क्रैब के लिए सामूहिक संरक्षण प्रयासों का एक शक्तिशाली उदाहरण बनकर उभर सकता है।