बालेश्वर में 'समयर चक्र' द्वारा वार्षिक उत्सव का आयोजन : 80 से अधिक कवियों की रचनाओं से गूंजा काव्यपाठ समारोह

Jun 30, 2025 - 23:14
Jun 30, 2025 - 23:16
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बालेश्वर में 'समयर चक्र' द्वारा वार्षिक उत्सव का आयोजन : 80 से अधिक कवियों की रचनाओं से गूंजा काव्यपाठ समारोह

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बालेश्वर, 30/06 (कृष्ण कुमार महांति):
विपरीत मौसम के बावजूद, बालेश्वर से नियमित रूप से प्रकाशित सामाजिक-साहित्यिक मासिक पत्रिका समयर चक्र का 14वाँ वार्षिक उत्सव गांधी स्मृति भवन परिसर में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर एक भव्य काव्यपाठ कार्यक्रम और स्थानीय प्रतिभाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

वक्ताओं ने इस बात पर ज़ोर दिया कि समयर चक्र अब केवल एक पत्रिका नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना, सांस्कृतिक संवाद और क्षेत्रीय विकास की दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रही एक सशक्त मंच बन चुका है।

समारोह का संयोजन संपादक सर्वेश्वर जेना ने किया, जबकि अध्यक्षता कवि एवं समाजसेवी अभय दास ने की। उद्घाटन अपाराह्न पत्रिका के संपादक बंशीधर जेना द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में बालेश्वर सदर विधायक मानस कुमार दत्ता, मुख्य वक्ता के रूप में बस्ता विधायक श्रीमती सुभासिनी जेना, साथ ही युवा नेता बिक्रम पंडा, पर्यावरणविद् सुमंत कुमार जेना, शिक्षाविद् सुमंत कुमार साहू, वरिष्ठ पत्रकार शशिरंजन मलिक, युवा नेता विकास कुमार पाढ़ी, नूतन वार्ता के संपादक विभुपद दास तथा यात्रा सिंहवाहिनी के संस्थापक संजीव पाढ़ी जैसे गणमान्य अतिथियों ने विचार प्रकट किए। संपादिका सत्यभामा जेना ने संपादकीय प्रस्तुति दी और अतिथियों का परिचय कराया।

इस अवसर पर उल्लेखनीय योगदान के लिए कई प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया और समयर चक्र का वार्षिक विशेषांक भी लोकार्पित किया गया। सुहरांगलीना नायक ने सिद्धार्थ टीवी पर प्रसारित भक्ति गीत "रथ चले घाँई घाँई" प्रस्तुत किया। कवि नित्यानंद पाणिग्राही की काव्य-पुस्तक प्रथम पाखुड़ा गुलाबी गुलाबर का विमोचन भी हुआ।

काव्यपाठ के पहले सत्र में कवि ब्रजेंद्रनाथ गिरी की अध्यक्षता और कथाकार शांतनु पटनायक के संचालन में विचार-विमर्श हुआ। वक्ताओं में प्रमुख रूप से शिक्षाविद् और समाजसेवी पूर्णचंद्र बुगुड़ई, मुख्य वक्ता डॉ. रत्नाकर सिंह, वरिष्ठ कवि कालिकिंकर दास, डॉ. कुमार बाबुली, कवयित्री अंजलि पंडा, कवि हाड़ीबंधु पात्र, आचार्य विजय जी, डॉ. शरच्चंद्र मिश्र और अमर कुमार पाल शामिल थे। सभी ने समयर चक्र की साहित्यिक प्रासंगिकता की सराहना की और इसके भविष्य में व्यापक विस्तार की कामना की। इस सत्र में 40 से अधिक कवियों ने अपनी स्वरचित रचनाओं का पाठ किया, जिसका समन्वय कवि प्रभात कुमार आचार्य ने किया।

समापन सत्र और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्राची क्रिएशन्स के मनोज कुमार नायक के निर्देशन में संपन्न हुआ। दूसरे सत्र में अध्यक्षता संपादक सर्वेश्वर जेना ने की। मुख्य अतिथि रहे रेमुना ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र कुमार राउत, मुख्य वक्ता समाजसेवी श्रद्धांजलि राय थीं। अन्य अतिथियों में समाजसेवी समोनाथ बिश्वाल, उत्पल कुमार कर, मीता पटनायक, रितिका जी, यशोदा नंदन आंश, कल्याणी नंद, सुशांत कुमार बेहरा, अमरेश पात्र और रतिकांत दास शामिल रहे। इन अतिथियों ने नन्हे बच्चों की प्रतिभा को सराहा और उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कृत किया।

कार्यक्रम में सुसंगमा जेना, संतोष पटनायक, प्रियांशु बेहरा और कवि रमेश बेहरा ने सक्रिय सहयोग किया। बाल गायिका सुहानी साई जेना ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया और अंत में गायिका कल्याणी मंडल की संगीतमयी प्रस्तुति से श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे। इस कार्यक्रम में 500 से अधिक पाठकों, शुभचिंतकों और प्रतिभागियों की उपस्थिति ने इसे एक भव्य सफलता में परिवर्तित कर दिया।