विज्ञान वैज्ञानिकों को कल्पना से वास्तविकता की ओर मार्ग दिखाता है

* भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती पर ‘कलाम, विज्ञान और मानव समाज’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन

Oct 16, 2025 - 20:51
 18
विज्ञान वैज्ञानिकों को कल्पना से वास्तविकता की ओर मार्ग दिखाता है

बालेश्वर, 16 अक्टूबर (कृष्ण कुमार महांती):
भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती के अवसर पर प्रजापति और विद्यार्थी फाउंडेशन—दो शैक्षणिक एवं ज्ञान-केन्द्रित संस्थानों—के संयुक्त तत्वावधान में विद्यार्थी फाउंडेशन के सभागार में “कलाम: विज्ञान और मानव समाज” विषय पर एक गोष्ठी आयोजित की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों के लिए उपयोगी और प्रेरणादायी पुस्तक “वैज्ञानिक राष्ट्रपति अब्दुल कलाम” के लोकार्पण से हुई, जिसे लेखक दीनबंधु लेंका ने लिखा है। अपने उद्घाटन भाषण में लेंका ने कहा, “कल्पना विज्ञान और वैज्ञानिकों की संपत्ति है। विज्ञान ही वह साधन है जो वैज्ञानिकों की कल्पनाओं को वास्तविकता में बदलता है।” उन्होंने विद्यार्थियों को कलाम के जीवन, शिक्षा, वैज्ञानिक दृष्टि और मानवीय मूल्यों से अनेक प्रेरणादायी बातें बताईं।

मुख्य वक्ता के रूप में कवि एवं प्रजापति के संस्थापक प्रशांत दास ने कहा, “विज्ञान का उपयोग प्रकृति और मानव समाज के कल्याण के लिए होना चाहिए। कलाम के विचारों के अनुसार, विज्ञान मनुष्य को ईश्वर से दूर नहीं ले जाता, बल्कि विज्ञान के माध्यम से आध्यात्मिकता का विकास संभव है।” उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे कलाम की जीवनी पढ़ें और उनके आदर्शों को अपनाकर अपने जीवन को सार्थक बनाएं, जिससे वे समाज के सच्चे हितैषी बन सकें।

बिप्लव दास महापात्र, विद्यार्थी फाउंडेशन के प्रमुख शिक्षाविद्, ने कार्यक्रम का संचालन किया और विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे कलाम की तरह सपने देखें और समर्पण एवं अनुशासन के साथ स्वयं को तैयार करें। कार्यक्रम में पार्थसारथी साहू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि शिक्षक रबिरंजन सामल ने कलाम के प्रेरणादायक विचारों के साथ कार्यक्रम का समापन किया।

अंत में शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। केंद्रीय विद्यालय-1 की छात्राएँ आद्याSHA पलई और बैभवी दास ने कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग किया।
कार्यक्रम एक अनुशासित और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ, जहाँ अतिथियों और विद्यार्थियों ने मिलकर भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।