बालेश्वर में 36वें राष्ट्रीय स्तर के ‘चंद्रभागोत्सव’ के लिए तैयारी बैठक आयोजित, उत्सव 7 दिन तक होने का निर्णय
बालेश्वर, 3 नवम्बर (कृष्ण कुमार महान्ति): वार्षिक ‘चंद्रभागोत्सव’ उत्सव की तैयारी बैठक कल गांधी स्मृति भवन, बालेश्वर में आयोजित की गई।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी उत्सव में राष्ट्रीय स्तर की चित्रकला प्रदर्शनी, बहुभाषी संगीत, नाटक, कहानी, कविता सत्र तथा पुस्तक मेला का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन गांधी स्मृति भवन परिसर में 28 दिसम्बर 2025 से 3 जनवरी 2026 तक 7 दिनों तक होगा, जो ‘चंद्रभागा’ संस्था की स्थापना वर्षगांठ के उपलक्ष्य में वर्षांत अवकाश सप्ताह के दौरान मनाया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता संस्था के सलाहकार एवं पूर्व विधायक प्रदीप्त पांडा ने की। वरिष्ठ सदस्य डॉ. शशिकांत महान्ति ने बैठक का संचालन किया, जबकि ‘चंद्रभागा’ के संस्थापक-संपादक कवि श्रीदेब ने कहा कि यह उत्सव — जिसमें अब तक 180 से अधिक राष्ट्रीय स्तर के बहुभाषी लघुनाटक, कला कार्यशालाएँ, कहानी-कविता सत्र और रचनात्मक वाद-विवाद आयोजित हो चुके हैं — निरंतर रचनात्मक उत्कृष्टता को पोषित करता आ रहा है और आज भी अपनी युवा ऊर्जा और साहित्यिक दृष्टि को कायम रखे हुए है।
बैठक में उपस्थित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में प्रदीप्त पांडा, सरकारी वकील अशोक सेनापति, कवि सितांशु लेंका, बाल साहित्यकार लक्ष्मीधर महान्ति, चित्रकार केसुदास और मरुत राउत, पूर्व अध्यक्ष एवं ‘बार्ताऊर्मी’ संयोजक रामचन्द्र साहू, प्रसिद्ध नाटककार-अभिनेता-निर्देशक आशीष चक्रवर्ती, समीक्षक डॉ. दिलीप रथ, समाजसेवी जादवेश मिश्र (विभु), ‘नाच’ के संस्थापक अरुणांशु पाणिग्राही, रोनालिसा पांडा, वरिष्ठ अधिवक्ता पर्शुराम प्रधान, तुषारकांत महापात्र, गजेन्द्र प्रसाद महान्ति, युवा कथाकार संजय पांडा, आजीवन सदस्य संतोष पांडा एवं जगबन्धु प्रुष्टि, तथा समाजसेवी अवनी जेना और ज्योतिर्मयी सतपथी शामिल थे।
सभी उपस्थित सदस्यों ने आगामी उत्सव की सफलता और संगठनात्मक सुधारों के लिए अपने-अपने सुझाव और विचार रखे।
बैठक में यह भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ‘चंद्रभागा’ साहित्यिक पत्रिका के मासिक संस्करण का पुनः प्रकाशन निकट भविष्य में प्रारंभ किया जाएगा।