पुस्तक मेला में कथाकार उदय नारायण दास की उपन्यास ‘राधा’ का हुआ विमोचन
भुवनेश्वर, 16 दिसंबर (कृष्ण कुमार महांती):
कथाकार उदय नारायण दास का बहुप्रतीक्षित उपन्यास राधा आज शाम भुवनेश्वर पुस्तक मेला के B2, स्टॉल 5 और 6 में विमोचित किया गया। श्रद्धा पब्लिकेशन्स द्वारा प्रकाशित यह उपन्यास, श्री दास की लघुकथा से पूर्ण-लंबाई उपन्यास की ओर साहित्यिक यात्रा का महत्वपूर्ण कदम है और उनकी सबसे लंबी एवं समर्पित साहित्यिक साधना का परिणाम है।
विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रकाशक और कवि समरेन्द्रनाथ महापात्र ने की। विशिष्ट अतिथियों में द्विभाषी लेखक एवं धौली बुक्स के संस्थापक मनु डैश, कहानी लेखक साधेव साहू, कवि सूर्य मिश्रा और गीतकार डॉ. रजनी रंजन शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने उपन्यास पर अपने विचार साझा किए, इसकी मिथक पुनर्निर्माण शैली और काव्यात्मक गहराई की प्रशंसा की और लेखक की परंपरा और रचनात्मकता को जोड़ने की कुशलता को सराहा।
राधा में उदय बाबू केवल मिथक का अनुसरण नहीं करते बल्कि उसे पुनर्निर्मित करते हैं। पाठक पुराणों में अनुपस्थित कई तत्वों से परिचित होते हैं, जहां वास्तविकता और कल्पना का मिश्रण है। यह कहानी राधा को प्राकृतिक और पारलौकिक प्रेम की मूर्ति के रूप में प्रस्तुत करती है, कृष्ण की शक्ति की नींव के रूप में दर्शाती है और वृंदावन के भव्य रासलीला का केंद्र बिंदु है। पात्र जैसे पुतना, कुब्जा, उद्धव और अक्रूर कहानी में मजबूती की झलक देते हैं, जबकि लालिता, विशाखा और चंद्रा जैसे मित्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राधा का विवाह चंद्रसेना से भी उस प्रेम की प्राप्ति नहीं कर पाता जो उन्हें केवल कृष्ण में मिलता है।
सुंदर, चमकदार आवरण और विचारों की समृद्धि के साथ, राधा एक बेहतरीन उपन्यास के रूप में प्रस्तुत है।