बालासोर में नकली नेत्र चिकित्सकों का बढ़ता जाल: अवैध नेत्र क्लीनिक बंद करने की मांग

Dec 25, 2025 - 23:01
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बालासोर, 25 दिसंबर:
बालासोर में अयोग्य व्यक्तियों द्वारा संचालित अवैध नेत्र क्लीनिकों और नकली नेत्र चिकित्सकों की बढ़ती संख्या को लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है। यह स्थिति आम जनता के नेत्र स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बनती जा रही है।
चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय (DMET) तथा राष्ट्रीय अंधत्व एवं दृष्टि बाधा नियंत्रण कार्यक्रम (NPCBVI) के तहत जारी सरकारी नियमों के अनुसार, आई असिस्टेंट, ऑफ्थैल्मिक असिस्टेंट, ऑप्टोमेट्रिस्ट और ऑफ्थैल्मिक ऑफिसर जैसे पैरामेडिकल कर्मचारी एमबीबीएस डिग्रीधारी नहीं होते और इसलिए वे डॉक्टर नहीं माने जाते। नियमों के तहत, किसी योग्य चिकित्सक की निगरानी के बिना उन्हें नेत्र रोगियों का स्वतंत्र रूप से इलाज करने या दवाइयाँ लिखने की अनुमति नहीं है।
इसके बावजूद आरोप है कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे कई लोग निजी क्लीनिक खोलकर स्वयं को डॉक्टर बताकर नेत्र रोगियों का इलाज कर रहे हैं और उनसे भारी शुल्क वसूल रहे हैं। कुछ निजी नेत्र अस्पतालों में भी बिना पंजीकृत चिकित्सकों की निगरानी के पैरामेडिकल कर्मचारियों द्वारा इलाज किए जाने की शिकायतें सामने आई हैं।
इससे आम लोगों के नेत्र स्वास्थ्य को लेकर गंभीर और खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो गई है। मांग की गई है कि प्रशासन तत्काल कार्रवाई करते हुए ऐसे अवैध निजी क्लीनिकों को बंद कराए और निजी अस्पतालों में डॉक्टरों की निगरानी के बिना पैरामेडिकल कर्मचारियों द्वारा उपचार पर सख्त रोक लगाए।
जनस्वास्थ्य की रक्षा और चिकित्सा नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों के त्वरित हस्तक्षेप की आवश्यकता बताई गई है।