"सम्मान के साथ कार्य करें, गर्व के साथ जीवन जिएं" – श्रम और समर्पण का उत्सव
फकीर मोहन विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस मनाया गया: 52 कर्मचारियों को किया गया सम्मानित

बालेश्वर, 1 मई (कृष्ण कुमार महांति): फकीर मोहन विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय एवं प्रबंधन विभाग द्वारा "सम्मान के साथ कार्य करें, गर्व के साथ जीवन जिएं" विषयवस्तु पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस का आयोजन गरिमापूर्ण ढंग से किया गया।
कुलपति प्रो. संतोष कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में तथा स्नातकोत्तर परिषद के अध्यक्ष प्रो. भास्कर बेहरा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रमिकों के कठिन परिश्रम, अधिकारों और उनके समग्र विकास की आवश्यकता पर बल दिया गया। प्रो. बेहरा ने कहा कि हमारे लिए भोजन, वस्त्र और आवास जैसी आवश्यकताएं श्रमिकों के परिश्रम से ही संभव हो पाती हैं, अतः समाज को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बालेश्वर जिला के सहायक श्रम अधिकारी श्री देवाशीष जेना ने श्रम विभाग की भूमिका, कार्यशैली, विभिन्न सरकारी योजनाएं एवं श्रमिकों को मिलने वाली सुविधाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बाल श्रम निषेध अधिनियम, न्यूनतम वेतन अधिनियम तथा श्रम अधिकार संबंधी नियमों की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मूलस्तर पर कार्यरत सभी कर्मचारियों से संवाद करते हुए उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया एवं विभिन्न श्रम कानूनों की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा—विश्वविद्यालय के 52 कर्मठ कर्मचारियों का सम्मान। उनके कार्यनिष्ठा, संस्थागत योगदान और समर्पण भावना के लिए उन्हें सभी की ओर से कृतज्ञता एवं धन्यवाद अर्पित किया गया।
कुलपति प्रो. त्रिपाठी ने अपनी अनुपस्थिति में एक संदेश के माध्यम से कहा, "कार्य केवल आजीविका का साधन नहीं, बल्कि कर्तव्य और गौरव की अनुभूति के साथ किया गया कार्य मानव जीवन का आंतरिक मूल्य है।"
वाणिज्य विभाग के संयोजक डॉ. अर्त बंधु जेना ने श्रम दिवस की विशेषता पर प्रकाश डाला, जबकि प्रबंधन विभाग की प्रो. पद्मलिता राउतराय ने इस वर्ष की थीम का परिचय प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर लक्ष्मी प्रिया परिडा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन असिस्टेंट प्रोफेसर देवदत्त नायक ने प्रस्तुत किया।