‘एकत्र बालेश्वर’ महासभा में उपमुख्य सचेतक की घोषणा — हमारा बालेश्वर बनेगा नंबर वन जिला नाइपर की स्थापना की मांग हुई तेज़ सरकार से मांगों के शीघ्र समाधान का आश्वासन
बालेश्वर, 26 अक्टूबर (कृष्ण कुमार महांति):
“हम आरटीओ में नंबर वन हैं, अब हम बालेश्वर को राज्य का नंबर वन जिला बनाएंगे।” यह घोषणा की राज्य के उपमुख्य सचेतक गोविंद चंद्र दास ने, जो शनिवार को भुवनेश्वर के बुद्ध मंदिर में आयोजित ‘एकत्र बालेश्वर’ महासभा में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि बालेश्वर के विकास से जुड़ा हर प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष रखा जाएगा और उसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार बालेश्वर की तीन नदियों—बुढ़ाबालंग, सुवर्णरेखा और त्रिवेणी—को जोड़कर एक पर्यटन सर्किट विकसित करने की योजना बना रही है।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में दास ने कहा कि त्रिवेणी योजना के तहत जिले की प्रमुख नदियों को जोड़ा जाएगा और इससे सर्वांगीण विकास को गति मिलेगी।
जलेश्वर विधायक अश्विनी पात्र ने अतिथि के रूप में जलमार्ग विकास पर अपने सुझाव दिए। राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा शोभना महांति ने बालेश्वर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों में डॉ. अदैत पात्र, ओडिसी नृत्यांगना सुझाता महापात्र, फकीर मोहन सेनापति की प्रपौत्री मोनिका दास, पूर्व प्रशासक निरंजन साहू, और स्तंभकार सुदर्शन दास शामिल थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ‘एकत्र बालेश्वर’ के अध्यक्ष निरंजन पंडा ने की। उपाध्यक्ष केशु दास ने अतिथियों का परिचय कराया, जबकि रामजीवन गोछायत ने स्वागत भाषण दिया। सामान्य सचिव सरोज कुमार दास ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बालेश्वर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (NIPER) की स्थापना की मांग रखी।
उपाध्यक्ष बिरोज राउत ने संगठन की गतिविधियों पर पावर पॉइंट प्रस्तुति दी, जबकि सह-सचिव स्वाती बिश्वाल और स्निग्धा आर्य ने मंच का संचालन किया। कार्यक्रम का संचालन सचिंद्र माजी, विभूपद दास और सुधाकर सेठी ने किया। अंत में उपाध्यक्ष जयंत दास ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
भुवनेश्वर, कटक, पुरी और खुर्दा में रह रहे सौ से अधिक प्रवासी बालेश्वरी, जिनमें सेवानिवृत्त अधिकारी, शिक्षाविद, साहित्यकार, शोधकर्ता, प्रशासक और युवा आयोजक शामिल थे, इस महासभा में उपस्थित हुए।
अधिकारियों ने बताया कि आगामी दिसंबर में भुवनेश्वर में एक भव्य ‘बालेश्वर महोत्सव’ आयोजित किया जाएगा, जिसमें जिले की गौरवशाली पहचान और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा।