साहित्य अकादमी का युवा और बाल साहित्य पुरस्कार घोषित
ओड़िया भाषा में राजकिशोर पाढ़ी और सुब्रत कुमार सेनापति होंगे सम्मानित

बालेश्वर, 18/06 (कृष्ण कुमार महांति): आज नई दिल्ली में आयोजित केंद्रीय साहित्य अकादमी की कार्यकारिणी परिषद की बैठक में वर्ष 2025 के युवा पुरस्कार और बाल साहित्य पुरस्कार की घोषणा की गई।
इस वर्ष कुल 23 युवा लेखकों और 24 बाल साहित्यकारों को पुरस्कार के लिए चुना गया है। डोगरी भाषा का युवा पुरस्कार बाद में घोषित किया जाएगा। इन दोनों पुरस्कारों के अंतर्गत एक ताम्रपत्र और ₹50,000 की नकद राशि प्रदान की जाएगी, जो एक औपचारिक समारोह में दी जाएगी।
ओड़िया भाषा में बाल साहित्य पुरस्कार के लिए डॉ. राजकिशोर पाढ़ी को उनके पुस्तक ‘कते फुल फूटिची’ के लिए चुना गया है, जबकि युवा पुरस्कार के लिए सुब्रत कुमार सेनापति को उनकी कहानी-संग्रह ‘कदंबबन’ के लिए सम्मानित किया जाएगा।
ओड़िया युवा पुरस्कार के लिए निर्णायक मंडल में यशोधरा मिश्र, रवि स्वाईं और सुभाष शतपथी, तथा बाल साहित्य पुरस्कार के लिए प्रो. नीलाद्रिभूषण हरिचंदन, डा. शकुंतला बलियारसिंह और रामचंद्र नायक शामिल थे। इसके अतिरिक्त, ओडिशा के बांगिरिपोसी क्षेत्र से फागु बास्के को संथाली भाषा में युवा पुरस्कार के लिए चुना गया है।
अन्य युवा पुरस्कार विजेता हैं: सुप्रकाश भुइयां (असमिया), सुदेष्णा मैत्र (बंगाली), अमर खुंगुरु बोड़ो (बोड़ो), अद्वैत कोट्टारी (अंग्रेज़ी), मयूर खाबडु (गुजराती), पार्वती तिर्की (हिंदी), आर. दिलीपकुमार (कन्नड़), साइका सहर (कश्मीरी), ग्लिनिस डाएस (कोंकणी), नेहा झा मणि (मैथिली), अखिल पी. धर्मजन (मलयालम), ए.के. जितेन (मणिपुरी), प्रदीप कोकरे (मराठी), सुबास ठाकुरी (नेपाली), मनदीप ओलेख (पंजाबी), पूनम चंद गोदारा (राजस्थानी), धीरज कुमार पांडे (संस्कृत), फागु बास्के (संथाली), मंथन बचानी (सिंधी), लाटशमिहर (तमिल), प्रसाद सूरी (तेलुगु) और नेहा रुबाब (उर्दू)।
बाल साहित्य पुरस्कार विजेता हैं: सुरेन्द्र मोहन दास (असमिया), त्रिदिब कुमार चट्टोपाध्याय (बंगाली), बिनय कुमार ब्रह्मा (बोड़ो), पी.एल. परिहार शोक (डोगरी), नितिन कुशलप्पा एम.पी. (अंग्रेज़ी), कीर्तिदा ब्रह्मावत (गुजराती), सुशील शुक्ल (हिंदी), के. शिवलिंगप्पा हंदिहल (कन्नड़), इज़हार मुबाशिर (कश्मीरी), नयना अडारकर (कोंकणी), मुन्नी कामत (मैथिली), श्रीजीत मुतेदत (मलयालम), शांतो एम. (मणिपुरी), सुरेश सावंत (मराठी), सांमु लेप्चा (नेपाली), पाली खोदिम (पंजाबी), भोगीलाल पाटीदार (राजस्थानी), प्रीति पुजारा (संस्कृत), हरलाल मुर्मू (संथाली), हीना अगनानी हीर (सिंधी), विष्णुपुरम सरवनन (तमिल), गंगिसेट्टी शिवकुमार (तेलुगु) और गजनफर इक़बाल (उर्दू)।
ओड़िया लेखकों के चयन से राज्य में हर्ष का माहौल है और साहित्यिक समुदाय में इस सम्मान को लेकर गर्व की अनुभूति की जा रही है।