फकीर मोहन विश्वविद्यालय एवं इमामी पेपर मिल्स लिमिटेड के बीच सैनिटरी पैड उत्पादन इकाई स्थापना हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर

Aug 3, 2025 - 14:32
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फकीर मोहन विश्वविद्यालय एवं इमामी पेपर मिल्स लिमिटेड के बीच सैनिटरी पैड उत्पादन इकाई स्थापना हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर

बालेश्वर, 03/08 (कृष्ण कुमार महांती): फकीर मोहन विश्वविद्यालय और इमामी पेपर मिल्स लिमिटेड के बीच एक नवीन और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पहल के तहत सैनिटरी पैड उत्पादन इकाई की स्थापना हेतु समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।

इस एमओयू का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के प्रशासनिक परिसर में इस इकाई का औपचारिक शुभारंभ करना है, जिसे एक सामुदायिक-केन्द्रित एवं छात्र-नेतृत्व आधारित सामाजिक उद्यम के रूप में विकसित किया जाएगा।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. संतोष कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दोनों संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रस्तावित परियोजना से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।

प्रो. त्रिपाठी ने इस अभिनव कदम के लिए फकीर मोहन विश्वविद्यालय को चुने जाने पर इमामी पेपर मिल्स लिमिटेड के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल महिलाओं और छात्राओं को आवश्यक स्वच्छता उत्पादों तक सुलभ पहुँच प्रदान करेगी, बल्कि छात्रों में सामाजिक उत्तरदायित्व और उद्यमिता के प्रति व्यवहारिक जागरूकता भी उत्पन्न करेगी। यह पहल ओडिशा के किसी भी विश्वविद्यालय में अपनी तरह की पहली पहल होगी।

इमामी की ओर से श्री असीष अविनाश गुप्ता (सीनियर प्रेसिडेंट), डॉ. यूसुफ अली सोलंकी (जीएम–मानव संसाधन) तथा श्री एम. के. पाधी (एजीएम–जनसंपर्क विभाग) उपस्थित थे।
वहीं विश्वविद्यालय की ओर से रजिस्ट्रार श्रीमती कुकुमीना दास एवं पीजी परिषद के अध्यक्ष प्रो. भास्कर बेहेरा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

इस परियोजना के समन्वयक के रूप में टीबीआई संयोजक प्रो. पंकज कुमार पारही और टीबीआई के सीईओ श्री सुनेन्दु नायक को नियुक्त किया गया है।

यह प्रयास एक महत्वपूर्ण प्रगति के रूप में देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य एक ओर स्थानीय महिलाओं एवं छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण सैनिटरी पैड उचित मूल्य पर उपलब्ध कराना है, तो दूसरी ओर छात्रों को व्यवसाय और सामाजिक सहभागिता का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना भी है।

डॉ. यूसुफ अली सोलंकी ने कहा कि यह परियोजना महिलाओं और विद्यार्थियों को आवश्यक स्वच्छता उत्पादों तक सरल पहुँच देकर उन्हें सशक्त बनाएगी, और युवाओं में दीर्घकालिक एवं सकारात्मक परिवर्तन लाने की दक्षता विकसित करेगी।

प्रो. पंकज कुमार पारही ने जानकारी दी कि परियोजना से संबंधित अन्य पहलुओं की निगरानी बहुत जल्द पूर्ण कर ली जाएगी।