शिक्षिका से क्रिएटिव उद्यमी बनीं रितु झालानी की प्रेरक यात्रा

* बालेश्वर की रितु झालानी ने सिलाई के माध्यम से पाई आत्मनिर्भरता * एक वर्ष में आठ लोगों को दिया रोज़गार

May 14, 2025 - 20:12
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शिक्षिका से क्रिएटिव उद्यमी बनीं रितु झालानी की प्रेरक यात्रा

बालेश्वर, 14/5 (कृष्ण कुमार मोहंती) — बालेश्वर के एक कोने में एक शांत क्रांति आकार ले रही है—नारे नहीं, बल्कि सुई, धागे और आत्मविश्वास के साथ। मिलिए रितु झालानी से, जो कभी एक शिक्षिका थीं, लेकिन जीवन के उतार-चढ़ाव ने उन्हें आत्मनिर्भरता और रचनात्मकता के माध्यम से नया रूप दे दिया।

कभी स्कूल में पढ़ाने वाली रितु ने शादी के बाद नौकरी छोड़ी थी—लेकिन वैवाहिक जीवन ने उन्हें अपेक्षित सुख नहीं दिया। तलाक के बाद, वे अपने गृहनगर बालेश्वर लौट आईं, साथ में था सिर्फ़ संकल्प। और फिर शुरू हुआ एक नया अध्याय—एक प्रेरणादायी बदलाव की कहानी।

2017 में अपने घर से छोटे स्तर पर सिलाई का कार्य शुरू कर रितु ने इसे सिर्फ़ जीविका नहीं, बल्कि सशक्तिकरण का माध्यम बनाया। आज वे बालेश्वर के मठसाही इलाके में अपना खुद का बुटीक चला रही हैं, जहाँ हुनर और उद्यमिता का संगम देखने को मिलता है। उनके बुटीक ने न सिर्फ़ उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाया है, बल्कि आठ और लोगों को रोज़गार भी दिया है—जिनमें चार महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं।

इस मुकाम तक पहुँचना आसान नहीं था। बुटीक शुरू करने से पहले उन्होंने थोड़े समय के लिए साड़ी का व्यवसाय किया था, लेकिन पारिवारिक ज़िम्मेदारियों के कारण वह उसे पूरी तरह समर्पित नहीं कर पाईं। स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद ही वे पूरी ऊर्जा से अपने व्यवसाय में लग सकीं। आज उनके बुटीक में महिलाओं, पुरुषों और बच्चों के लिए कस्टमाइज़्ड परिधान तैयार किए जाते हैं—जैसे कढ़ाईदार ब्लाउज़, हैंडलूम कुर्ते, फॉर्मल शर्ट्स और त्योहारी वस्त्र।

रितु देशभर के बुनकरों से हाथ से बने कपड़े जैसे संबलपुरी, इकत, अजरख, कलमकारी और प्रिंटेड कॉटन भी मंगवाकर बेचती हैं। गर्मी के मौसम में इन कपड़ों की माँग सबसे अधिक होती है, वे बताती हैं।

उनकी यूनिट हर महीने लगभग 30 से 40 परिधान तैयार करती है, और ऑर्डर बालेश्वर के अलावा भुवनेश्वर से भी आते हैं। लेकिन इन आँकड़ों से परे, यह कहानी है धैर्य, नेतृत्व और नए आरंभ में विश्वास की।

रितु झालानी की यात्रा यह बताती है कि जहाँ जीवन रास्ते बंद करता है, वहीं नए बीज भी बो देता है। साहस को मार्गदर्शक बनाकर उन्होंने न केवल अपने लिए, बल्कि औरों के लिए भी एक नई दिशा बनाई है।