बालेश्वर रक्तदाता संघ ने मनाया वार्षिक सम्मेलन: “रक्तदाता हैं ईश्वर के प्रतिनिधि,” अतिथियों ने कहा

Jul 15, 2025 - 23:03
Jul 15, 2025 - 23:08
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बालेश्वर रक्तदाता संघ ने मनाया वार्षिक सम्मेलन: “रक्तदाता हैं ईश्वर के प्रतिनिधि,” अतिथियों ने कहा

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बालेश्वर, 15/07 (कृष्ण कुमार महान्ति): राज्य में जितने भी संगठन रक्त संग्रहण के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, उनमें बालेश्वर रक्तदाता संघ हमेशा सबसे अग्रणी और दृष्टिगोचर रहा है। रक्तदाता वास्तव में ईश्वर के प्रतिनिधि हैं — यह विचार बालेश्वर शहर के वेनिया पैराडाइज़ कल्याण मंडप में आयोजित जिला रक्तदाता संघ के वार्षिक सम्मेलन में व्यक्त किया गया।

अतिथियों ने कहा कि रक्तदान एक ईश्वरीय कार्य है, जो ईश्वर की कृपा से संभव होता है। विज्ञान के युग में मनुष्य ने सब कुछ संभव कर लिया है, लेकिन आज तक रक्त निर्माण की कोई फैक्ट्री नहीं बना पाया। चाहे कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो, रक्त के लिए उसे किसी और पर निर्भर रहना पड़ता है। यह ईश्वर का ही एक तरीका है, जिससे वह मानव के अहंकार को समाप्त करता है। बिना रक्त के उपचार संभव नहीं है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष कमल चक्रवर्ती ने की। मुख्य अतिथि के रूप में संवाद के अध्यक्ष सौम्यरंजन पटनायक ने कहा कि रक्तदाता वास्तव में ईश्वर के प्रतिनिधि हैं। उन्होंने माताओं से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को रक्तदान से न रोकें, बल्कि उन्हें प्रोत्साहित करें। उन्होंने बताया कि एक यूनिट रक्तदान करने से कैसे तीन गुना आनंद मिलता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान अभियान तभी सफल होगा जब बालेश्वर का कोई मुस्लिम व्यक्ति पुरी के दैतापति के बेटे को रक्त देकर उसकी जान बचाएगा। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से मतदान करने का भी आग्रह किया।

सांसद प्रताप चंद्र षड़ंगी ने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है और रक्तदान एक प्रकार की तपस्या है। सरकारी दल के मुख्य सचेतक एवं रेमुना विधायक गोविंद चंद्र दास ने कहा कि किसी को भी रक्त के बिना मरने नहीं देना चाहिए। उन्होंने बालेश्वर के रक्तदाताओं की भूमिका को याद करते हुए उन्हें बहानगा ट्रेन दुर्घटना में योगदान के लिए धन्यवाद दिया। नीलगिरी विधायक संतोष खटुआ ने बताया कि रक्तदान से किस प्रकार शारीरिक लाभ होता है। जलेश्वर विधायक अश्विनी कुमार पात्र ने कहा कि सच्चा रक्त का रिश्ता वही होता है, जो किसी की जान बचाने के लिए रक्त देता है।

बस्ता विधायक सुबासिनी जेना ने पुराने रक्तदाताओं के साथ-साथ नए रक्तदाता तैयार करने की जरूरत पर ज़ोर दिया। भोगराई विधायक गौतम बुद्ध दास ने कहा कि संवाद-आमओडिशा ने जो रक्तदान अभियान शुरू किया था, उसे सरकार ने आगे बढ़ाकर जीवन बिंदु अभियान की शुरुआत की। उन्होंने इसका पूरा श्रेय श्री पटनायक को दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जिला अस्पताल की तरह ही फकीर मोहन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भी एक रक्त केंद्र खोला जाना चाहिए और इसके लिए प्रयास ज़रूरी है।

डॉ. बसंत कुमार उपाध्याय, जिला रक्त केंद्र से भी, ने इस अवसर पर अपने विचार रखे।

इस मौके पर रक्तदान क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विभिन्न संगठनों को सम्मानित किया गया। पद्मलोचन दत्त ने संघ को ₹50,000 की सहायता राशि प्रदान की। गौरांग पाणिग्रही ने मंच संचालन किया। श्री चक्रवर्ती ने स्वागत भाषण दिया, जबकि डॉ. कुमार गोपाल ने अतिथियों का परिचय कराया। सामान्य संपादक इंजीनियर हृषिकेश साहू ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। अतिथियों द्वारा संघ की स्मारिका का विमोचन किया गया।

मनोरंजन दास और देबाशीष पानी ने पुरस्कार और सम्मान सत्र का संचालन किया, और अंत में श्री दास ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस सम्मेलन को संघ के उपाध्यक्ष सुब्रत कुमार राणा, लक्ष्मीधर बारिक, सोमिक बाबू, सुमंत कुमार जेना और अन्य पदाधिकारियों के सहयोग से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।